AI in Mobile Technology: कैसे ये स्मार्टफोन को और भी स्मार्ट बना रहा है!

By mehboob shaikh

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AI in Mobile Technology कैसे ये स्मार्टफोन को और भी स्मार्ट बना रहा है!

वर्तमान में हमारे स्मार्टफोन में एआई का बहुत बड़ा हाथ है। स्मार्टफोन अब हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं और AI की मदद से ये और भी स्मार्ट हो गए हैं। पहले जहां स्मार्टफोन सिर्फ कॉल और मैसेजिंग तक सीमित थे, अब AI ने इसे स्मार्ट और पावरफुल बना दिया है। AI स्मार्टफोन में वॉयस असिस्टेंट, कैमरा इमेज प्रोसेसिंग, बैटरी ऑप्टिमाइजेशन जैसी चीज़ों को बेहतर बना रहा है। आज के स्मार्टफोन में AI,

Deep Learning, Cognitive Computing, Big Data, Cloud Computing, Internet of Things का सहयोग है। अब हम जानेंगे कि AI in mobile technology यानी एआई की मदद से तकनीकें कितनी स्मार्ट हो गई हैं।

1. AI in Mobile Technology: स्मार्टफोन असिस्टेंट्स (Voice Assistants)

1. AI in Mobile Technology स्मार्टफोन असिस्टेंट्स (Voice Assistants)

AI का सबसे बड़ा उपयोग मोबाइल टेक्नोलॉजी में वॉयस असिस्टेंट्स जैसे Google Assistant, Siri, और Alexa के रूप में देखा जा सकता है। इन असिस्टेंट्स की मदद से हम बिना हाथ लगाए कई काम कर सकते हैं, जैसे कि कॉल करना, अलार्म सेट करना या मौसम का हाल पूछना।


AI in mobile technology, कि यह रोज़मर्रा की जिंदगी में बहुत मददगार साबित हो रहा है। जब आप गाड़ी चला रहे होते हैं, तो क्या होता है? स्टीरियर, या गूगल, असिस्टेंट, बिन, लाइट, म्यूजिक, और एसी चलाने में बिना हाथ लगाए काम करते हैं।

A या B, इन असिस्टेंट्स का कौन-कौन सा काम करता है, जाना समझना ज़रूरी है। A, युजर के बोलने के तरीके को Natural Language Processing (NLP) के सहारे समझता है। B, होते हैं इंटेलिजेंट नेटवर्क।

Google Assistant या Siri जैसे वॉइस असिस्टेंट में कई भाषाओं को सपोर्ट करने का फायदा ये है कि ये सिर्फ एक भाषा में नहीं, बल्कि कई भाषाओं में वॉयस कमांड को पहचानने और समझने में सक्षम हैं।

2. कैमरा और इमेज प्रोसेसिंग के साथ कैमरा और इमेज प्रोसेसिंग

AI in mobile technology का एक और बड़ा फायदा स्मार्टफोन के कैमरे में देखा जा सकता है। आजकल के स्मार्टफोन AI की मदद से नाइट मोड और पोर्ट्रेट मोड में बेहतरीन तस्वीरें खींच सकते हैं।


कैमरा AI का विशेषकर इमेज प्रोसेसिंग और पिक्सल को सुधारने में उपयोग होता है। जैसे iPhone के कैमरे में AI का उपयोग चेहरे के फीचर्स को समझकर सही लाइटिंग सेट करने के लिए किया जाता है। स्मार्टफोन में अब Scene Detection भी होती है। यानी, जो भी आप क्लिक कर रहे हैं, उसका कैमरा खुद से पहचान लेता है। जैसे, अगर आप पोर्ट्रेट मोड में हैं, तो कैमरा ये समझकर ही आपका पोट्रेट बनाएगा। इसके साथ ही,

AI फोटो में सुधार कर रंगों को और ज्यादा निखारता है। यानी, AI ये सब करके आपकी तस्वीरों के कुछ ज्यादा ही क्लिरिटी और कॉन्ट्रास्टंधरकी दे देता है।

AI यह फीचर न केवल प्रोफेशनल्स बल्कि सीधे तौर पर आम यूज़र्स के लिए भी बहुत सहायक होता है। इसका प्रमुख़ उपयोग image stabilization में होता है, जिससे तस्वीरें click करने वाले के किसी भी प्रकार के हिलने-डुलने के बावजूद शार्प और स्टेबल निकलती हैं। AI का यह फीचर पिक्चर क्लिक करते समय यूज़र्स के गेन विशाल करने में मदद करता है।

3. AI in Mobile Technology: फेस रिकग्निशन और बायोमेट्रिक्स

AI in Mobile Technology फेस रिकग्निशन और बायोमेट्रिक्स

मोबाइल प्रौद्योगिकी में एआई का उपयोग फेस रिकग्निशन और बायोमेट्रिक्स में भी बढ़ रहा है। स्मार्टफोन में Face ID, Fingerprint Scanners, और Iris Recognition जैसे फीचर्स स्मार्टफोन में AI का उपयोग करके काम करते हैं।


iPhone पर जो तरीका आपका चेहरा अनलॉक करने के लिए स्टोर किया गया है, उसे पहचानने का, वो AI करता है। इसका ये असर है कि जब भी आप अपने अनलॉक करते हैं, तब iPhone ये पहचानने का काम करने वाला होता है।आप अपने फोन को अनलॉक करते हैं, तो वो सामने आए चेहरे को स्कैन करके पहचान लेता है। ये सिस्टम एक या दो कदम में काम कर सकता है। या तो बतौर “आपका चेहरा” या बतौर “आपका चेहरा, स्कैन होकर, अब फोन को अनलॉक कर रहा है”।


AI आपकी अंगुली के निशान को पहचानने में भी मदद करता है और डिवाइस को सुरक्षित रखने में। इससे प्राइवेसी और सिक्योरिटी दोनों बेहतर होती हैं; क्योंकि स्मार्टफ़ोन को अनलॉक करने के लिए सिर्फ़ आपको ही इसकी जरूरत होती है।

4. AI in Mobile Technology: बैटरी ऑप्टिमाइजेशन

मोबाइल तकनीक में AI का उपयोग बैटरी ऑप्टिमाइजेशन में भी होता है। यह स्मार्टफोन के battery management सिस्टम को और स्मार्ट बनाता है। AI यह जानता है कि यूजर किस ऐप का ज्यादा उपयोग कर रहा है और उसी बेसिस पर बैटरी का उपयोग करता है, जिससे बैटरी की लाइफ बढ़ जाती है।


उदाहरण के तौर पर, जब आप रात को स्मार्टफोन का उपयोग नहीं कर रहे होते, तो AI Battery Saver Mode को स्वचालित रूप से सक्रिय कर देता है ताकि बैटरी का अधिकतम उपयोग किया जा सके। AI को यह भी समझ में आता है कि कुछ ऐप्स, जैसे सोशल मीडिया और गेम्स, ज्यादा बैटरी का उपयोग करते हैं, और ऐसे ऐप्स को बैकग्राउंड में कम सक्रिय कर देता है ताकि वो बैटरी का कम उपयोग करें।

कुछ स्मार्टफोन में AI एडाप्टिव चार्जिंग का फीचर होता है। यह स्मार्टफोन को सीखने में मदद करता है कि उपभोक्ता बैटरी को कब तक चार्ज होने देना चाहता है। फिर यह उसी हिसाब से काम करता है। उपभोक्ता यदि रोज रात को अपने फोन को चार्ज करता है, तो फोन अधूरा चार्ज करके रातभर चलाता है। या फिर फोन पूरी तरह से चार्ज करके अगले दिन उपभोक्ता के पास फोन न होने तक टिक टिक करता है।

5. AI in Mobile Technology: पर्सनलाइजेशन और सुझाव (Personalization and Recommendations)

AI in mobile technology आपके स्मार्टफोन के इस्तेमाल के तरीके को समझकर आपको पर्सनलाइज्ड सुझाव देता है।
यह आपके पसंदीदा ऐप्स, संगीत, वीडियो और यहाँ तक कि आपकी दिनचर्या के बारे में सुझाव देता है।


पसंद के वीडियो या म्यूजिक को पहले से समझकर, YouTube या Spotify जैसे ऐप्स AI का उपयोग करके सुझाव देते हैं।
इसी तरह, Google आपके रोजमर्रा के कामकाज को समझता है और जब आप काम पर होते हैं, तो यह आपके गंतव्य स्थान का अनुमान लगा कर आपको ट्रैफिक या रास्ते के बारे में सटीक जानकारी देने के लिए काम करता है।


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से, अब आपके स्मार्टफोन आपके पसंद के अनुसार और स्मार्ट तरीके से चीज़ें सजेस्ट कर रहे हैं। रेस्टोरेंट, शॉपिंग, मूवीज़ इत्यादि—इन सबके लिए आप स्मार्टफोन से सजेशन ले सकते हैं।

6. AI in Mobile Technology: स्मार्ट नोटिफिकेशन्स और मैनेजमेंट

AI in mobile technology
स्मार्टफोन पर सاره झा है। एक बार के परिचय में, वह स्मार्ट नोटिफिकेशन्स और मैनेजमेंट का AI समझाता है। जीवित कार्टून के रूप में, जिनमें अमेरिकी आयोग में गुप्त वार्तालाप वाले कॉमिक्स की हवा होती है, सारा एक नोवेलट से सीधा हथियार थामे हुए बहस करती हुई सी, कार्यक्रम के प्रेस एक्ट में नजर आती है। यह ऐसी चुटीली, लेकिन सृष्टीगत गपशप होती है, जिसमें AI के स्लीपर सेल की शक्ल-ओ-सूरत और फंदे में फंसाकर कराई गई एक लाइव परीक्षा का संवाद होता है।


स्मार्टफोन पर आने वाले संदेशों और नोटिफिकेशनों को ठीक से हैंडल करने का काम अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कर रहा है। एआई के जरिए हमारा फोन खुद ये पहचानने लगा है कि हमें क्या जानकारी चाहिए और क्या चीज़ें महत्त्व की हैं। ये सारे काम होने के बाद हमें वैसी ही सूचनाएँ मिलती हैं। हमारे फोन पर। जो वास्तव में हमारी ज़िन्दगी में कुछ भीर्त्ति लाने वाली होती हैं।

निष्कर्ष

मोबाइल प्रौद्योगिकी में AI ने स्मार्टफोन के कार्यान्वयन को पूरी तरह से बदल दिया है। अब स्मार्टफोन पर ऐसे-ऐसे फीचर्स हैं जो पहले बड़े कंप्यूटर सिस्टम पर होते थे। AI ने मोबाइल को ज्यादा निजी और ज्यादा कार्यात्मक बना दिया है। ऐप्स, जो किसी भी स्मार्टफोन का दिल होते हैं, AI की मदद से ढेर सारे काम बड़ी आसानी से कर सकते हैं। अंतर बस इतना रहा कि पहले हमारे पास वे सभी बड़े कंप्यूटर सिस्टम होते थे,

जो हमारे बस थोड़े मांगने पर हमारे लिए ढेर सारे काम अंजाम देते थे। अब हमें उन सिस्टम के एकदम नजदीकी अवतार के तौर पर स्मार्टफोन मिल गए हैं। AI अब सिर्फ हमारी सुविधाओं के लिए काम नहीं करता, बल्कि हमारे ‘सहायक’ की भूमिका भी निभाता है।


मोबाइल प्रौद्योगिकी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता ने बहुत संभावनाएं खोली हैं। AI मांग पर सीधे सेवाएं देने में सक्षम है। लेकिन स्मार्टफोन नवाचार और विकसित सेवाएं देने के मामले में बहुत पीछे हैं। यही कारण है कि स्मार्टफोन के AI-संचालित होने का मंथन लंबा चलेगा।